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Class 7 Jcert 04_Bhasha Manjari Solutions

अध्याय - 4 : खुशबू रचते हैं हाथ

1. कैसे-कैसे हाथ खुशबू रचते हैं?
उ. उभरी नसों वाले हाथ, घिसे नाखूनों वाले हाथ पीपल के पत्ते से नए-नए हाथ, जूही की डाल से खुशबूदार हाथ, गंदे कटे-पिटे हाथ, जख्म से फटे हुए हाथ खुशबू रचते हैं।

2. कविता में वर्णित हाथों को कवि ने खुशबू रचने वाले हाथ क्यों बताया है?
उ. कविता में वर्णित हाथों को कवि ने खुशबू रचने वाले हाथ इसलिए कहा है, क्योंकि इन हाथों से खुशबूदार अगरबत्तियाँ बनाई जाती है।

3. निम्नलिखित पंक्तियों का अर्थ स्पष्ट कीजिए: 
'दुनिया की सारी गंदगी की बीच 
दुनिया की सारी खुशबू 
रचते रहते हैं हाथ।'
उ. प्रस्तुत पंक्तियों के माध्यम से कवि कहना चाहते हैं कि अगरबत्तियों के कारखानों में काम करने वाले मजदूर दुनिया की सारी गंदगी के बीच रहने को विवश हैं और इन गंदे स्थानों के बीच रहते हुए भी सारी दुनिया में सुगंध बिखेरते हैं।

4. मुल्क की मशहूर अगरबत्तियाँ कहाँ बनती हैं?
उ. मुल्क की मशहूर अगरबत्तियाँ गंदे मुहल्लों में बनती है।


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